लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति रमेश यादव की हालत नाजुक है। जानकारी के मुताबिक, इस समय उनका इलाज मेदांता हास्पिटल में चल रहा है। मेदांता हास्पिटल में उनकी बाईपास सर्जरी हुयी है। सूत्रों की माने तो वह अभी वेंटिलेटर पर है। उनका यथोचित इलाज किया जा रहा है। वहीं जानकारी के मुताबिक, उनकी हालत बेहद नाजुक है।
कौन है रमेश यादव
एटा के बाकलपुर गांव के मूल निवासी और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाने वाले रमेश यादव 31 जनवरी 2015 को चौथी बार विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। उनका कार्यकाल 30 जनवरी 2021 तक है। वर्ष 1977 में मुलायम जब प्रदेश के सहकारिता मंत्री थे, तब उन्होंने रमेश यादव को 18 मई 1978 को एटा जिला उपभोक्ता सहकारी संघ का अध्यक्ष बनवाया था।
इस पद पर वह सात साल रहे। 1985 में एटा के निधौली कलां विधानसभा क्षेत्र से लोकदल प्रत्याशी के तौर पर विधायक चुने गए थे। 27 जून 1990 को वह मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधान परिषद सदस्य चुने गए थे। दूसरी बार 31 जनवरी 2003 और तीसरी बार 31 जनवरी 2009 को वह उच्च सदन के सदस्य निर्वाचित हुए।