हेल्थ डेस्क। कहते हैं कि मन की प्रसन्नता व्यक्ति के चेहरे पर प्रदर्शित होती है और मन सुन्दर तो तन सुन्दर। शरीर में इन हैपीनेस हार्मोन्स के स्त्रावित होने में सुंगधयुक्त मोमबत्तियों, अगरबत्तियों और अन्य प्राकृतिक सुंगधों का बहुत महत्व है।
प्रकृति में बिखरी फूल पत्तियां की खुशबू को सुन्दर व स्वास्थ्यवर्धक मोमबत्तियों और अगरबत्तियों में कैद किया जा सकता है व घर को सुगंधित व तरोताज़ा बनाया जा सकता है।
ऐरोमा कैंडिल और उनसे होने वाले लाभ के बारे में बीते दिनों आंचलिक विज्ञान नगर लखनऊ में हुए एरोमा कैंडिल्स बनाने की वर्कशाप में सीमैप की पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. आनन्द अखिला ने रोचक जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सुगंधित तेलों को, ऐरोमा कैंडल में मिलाकर कई अहम बीमारियों से बचा जा सकता है।
कई बिमारियों को दूर करता है ऐरोमा कैंडिल्स
- चंदन के उपयोग से निर्मित मोमबत्तियों ,ऐंटीसेप्टिक, रिलैक्सिंग, उत्साहवर्धतता मिलेगी
- पेपरमिन्ट युक्तमोमबत्तियों के प्रयोग से फेफड़ों की समस्या, खांसी, जुकाम से निजाद मिलेगी
- युकेलिप्टस आयल श्वास नली में फायदा पहुंचाने के साथ ही मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द को दूर करने में मददगार होता है।
इस तरह तैयार करें ऐरोमा कैंडल
अगर आपको 20 ग्राम कैंडिल्स तैयार करनीं हैं तो जरूरत के हिसाब से बैक्स या जैल हल्की आंच पर पिघला लें और अपनी पसंद की सुगंध वाले तेल जैसे चंदन, पेपरमिंट, यूकेलिप्टस, संतरा, नीबू, गुलाब, सिट्रोनेला, लेमनग्रास, लैवेंडर या खस की 5-5 बूंदें मिला कर ऐरोमा कैंडल तैयार करें। ऐरोमा और ब्यूटी कैंडिल्स को एक हॉबी के अलावा एक छोटे-मोटे लघु उद्योग की तरह भी अपना सकते है।